Wednesday, November 21, 2012

अच्छा लगता है...


उसके बिन चुप-चुप रहना अच्छा लगता है |
खामोशी से एक दर्द को सहना अच्छा लगता है ||
जिस हस्ती की याद में आंशू बरसते है |
सामने उसके कुछ कहना अच्छा लगता है ||
मिलकर उससे बिछड़ जाये डरते रहते है |
इसलिए बस दूर ही रहना अच्छा लगता है ||
जी चाहे सारी खुशियाँ लाकर उसे दे दूं |
उसके प्यार में सब कुछ खोना अच्छा लगता है ||
उसका मिलना, मिलना, किस्मत की बात है |
पल-पल उसकी याद में रोना अच्छा लगता है ||
उसके बिन सारी खुशियाँ अजीब लगती हैं |
रो-रो कर उसकी याद में सोना अच्छा लगता है ||
शायद हमसे मोहब्बत की नुमायिशें हो सकीं |
बस यूँ ही उसे चाहते रहना अच्छा लगता है ||
मेरे दिल का दर्द शायद वो कभी समझ सके |
पर जो कुछ भी वो समझे, उसके आगे कुछ कहना अच्छा लगता है ||

                                                                                      By- Raghav Singh