गहरी थी रात, मगर हम खोये नहीं |
दर्द बहुत था दिल में, मगर हम रोये नहीं ||
कोई नहीं हमारा जो पूछे हमसे
जाग रहे हो किसी के लिए, या फिर किसी के लिए सोये नहीं ||
By- Raghav Singh